NTA द्वारा जारी नए सिलेबस को ऐसे पढ़ें
आदिकाल:
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नामकरण
की समस्या
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काल
विभाजन की समस्या
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साहित्येतिहास
लेखन की परंपरा
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हिंदी
के पहले कवि
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धार्मिक
साहित्य (सिद्ध, नाथ और जैन साहित्य)
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रास
अथवा रासो साहित्य (रासो शब्द की व्युत्पत्ति, वीर काव्य, श्रृंगार काव्य और उपदेश मूलक काव्य)
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लौकिक
साहित्य (अमीर खुसरो, विद्यापति और फुटकल रचनाएँ)
भक्तिकाल:
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मध्यकालीन
दर्शन (अद्वैतवाद, द्वैतवाद, द्वैताद्वैतवाद, विशिष्टाद्वैतवाद, शुद्धाद्वैतवाद और
औचिन्त्य भेदाभेदवाद)
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मध्यकालीन
विभिन्न संप्रदाय ( श्री संप्रदाय, ब्रह्म संप्रदाय, रूद्र संप्रदाय, सनकादी संप्रदाय, विश्नोई संप्रदाय, उदासी संप्रदाय, रामवत संप्रदाय, हरिदासी संप्रदाय, गौडीय संप्रदाय, स्मार्त संप्रदाय, रसिक संप्रदाय, टट्टी संप्रदाय, स्वसुखी संप्रदाय आदि
सभी संप्रदाय)
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संत
साहित्य ( संत साहित्य की विशेषताएँ, रामानंद, रैदास, कबीरदास, जम्भ्नाथ, हरिदास, गुरुनानक, लालदास, बाबा लालदास, सींगा, दादू दयाल, मलूक दास सुन्दर दास
आदि)
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सूफी
साहित्य ( सूफी साहित्य की विशेषताएँ, असाईत, मुल्ला दाउद, ईश्वरदास, कुतुबन, जायसी, मंझन, नंददास, उस्मान, पुहकरकवि, शेखनबी, जानकवि, आलमकवि, दामोदर कवि, नारायण दास, नरपति व्यास, मुकुंद सिंह, कासिम शाह और नूर
मुहम्मद आदि)
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कृष्ण
काव्य: (कृष्ण काव्य की विशेषताएँ, विभिन्न कृष्ण संप्रदाय और उसके कवि, प्रमुख
कृष्ण कवि, जैसे- बल्लभाचार्य, कुम्भनदास, सूरदास, परमानन्ददास, कृष्णदास, गोविन्द स्वामी, छीत स्वामी, चतुर्भुज दास, नन्ददास, मीरा, रसखान ही रहीम आदि)
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राम
काव्य: (राम काव्य की विशेषताएँ, प्रमुख राम कवि, जैसे रामानंद, ईश्वरदास, तुलसीदास, केशवदास, अग्रदास, नाभादास, सेनापति,बनारसी दास, गंग कवि आदि)
रीतिकाल:
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रीतिकाल
का नामकरण
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रीतिकाल
की पृष्ठभूमि, रीतिकाल की विशेषताएँ
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रीतिकालीन
काव्य प्रवृत्तियों का वर्गीकरण (जैसे- रीतिबद्ध, रीतिसिद्ध और रीतिमुक्त काव्य)
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रीतिबद्ध
काव्य के प्रमुख कवि (जैसे- सर्वांग निरूपक कवि और विविधांग/विशिष्टांग निरूपक
कवि)
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रीतिसिद्ध
काव्य के प्रमुख कवि और कवि बिहारी.
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रीतिमुक्त
काव्य की प्रमुख काव्य प्रवृत्तियाँ और उसके प्रमुख कवि (जैसे- आलम, घनानंद, बोधा, ठाकुर और द्विजदेव
आदि)
आधुनिक काल:
हिंदी नाटक:
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हिंदी
नाटक: (भारतेंदु युगीन हिंदी नाटक, वे सभी नाटक जो नए सिलेबस में शामिल किए गए
हैं. जैसे अंधेर नगरी, भारत दुर्दशा)
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द्विवेदी
युगीन हिंदी नाटक
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प्रसाद
युगीन हिंदी नाटक: (प्रमुख नाटककार और उनके नाटक जो नए सिलेबस में शामिल किए गए
हैं.
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प्रसादोत्तर
हिंदी नाटक: (प्रमुख नाटककार और उनके नाटक जो नए सिलेबस में शामिल किए गए हैं)
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समकालीन
हिंदी नाटक: (वे सभी नाटककार और उनके नाटक जो नए सिलेबस में शामिल किए गए हैं)
हिंदी कविता:
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भारतेंदु
युगीन हिंदी कवि, उनकी कविताएँ और प्रमुख काव्य प्रवृत्तियाँ
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द्विवेदी
युगीन हिंदी कवि, उनकी कविताएँ और प्रमुख काव्य प्रवृत्तियाँ
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छायावादी
युगीन हिंदी कवि, उनकी कविताएँ और प्रमुख काव्य प्रवृत्तियाँ
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उत्तर
छायावादी हिंदी कवि, उनकी कविताएँ और प्रमुख काव्य प्रवृत्तियाँ
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प्रगतिवादी
हिंदी कवि, उनकी कविताएँ और प्रमुख काव्य प्रवृत्तियाँ
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प्रयोगवादी
हिंदी कवि, उनकी कविताएँ और प्रमुख काव्य प्रवृत्तियाँ
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नयी
कविता के प्रमुख कवि और उनकी कविताएँ तथा प्रमुख काव्य प्रवृत्तियाँ
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साठोत्तरी
कविता आंदोलन और प्रमुख समकालीन कवि और उनकी कविताएँ
हिंदी कहानी:
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प्रेमचंद
पूर्व हिंदी कहानी एवं कहानीकार ( जिन्हें नए सिलेबस में शामिल किया गया है)
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प्रेमचंद
युगीन हिंदी कहानी एवं कहानीकार (जिन्हें नए सिलेबस में शामिल किया गया है)
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प्रेमचंदोत्तर
हिंदी कहानी एवं कहानीकार ( जिन्हें नए सिलेबस में शामिल किया गया है)
हिंदी उपन्यास:
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प्रेमचंद
पूर्व हिंदी उपन्यास और उसके उपन्यासकार ( जिन्हें नए सिलेबस में शामिल किया है)
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प्रेमचंद
युगीन हिंदी उपन्यास और उसके उपन्यासकार (जिन्हें नए सिलेबस में शामिल किया गया
है)
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प्रेमचंदोत्तर
हिंदी उपन्यास और उसके उपन्यासकार ( जिन्हें नए सिलेबस में शामिल किया गया है)
हिंदी आलोचना:
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हिंदी
आलोचना के उद्भव और विकास
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शुक्ल
पूर्व हिंदी आलोचक और उनके प्रमुख आलोचना ग्रंथ
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शुक्ल
युगीन हिंदी आलोचक और उनके प्रमुख आलोचना ग्रंथ
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शुक्लोत्तर
हिंदी आलोचक और उनके प्रमुख आलोचना ग्रंथ
हिंदी निबंध:
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हिंदी
निबंध का उद्भव और विकास
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भारतेंदु
युगीन प्रमुख निबंधकार और उनके निबंध
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द्विवेदी
युगीन प्रमुख निबंधकार और उनके निबंध
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शुक्ल
युगीन प्रमुख निबंधकार और उनके निबंध
·
शुक्लोत्तर
प्रमुख निबंधकार और उनके निबंध
अन्य गद्य विधाएँ:
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आत्मकथा
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जीवनी
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संस्मरण
·
पत्र-
पत्रिकाएँ
·
रिपोर्ताज
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रेखाचित्र
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यात्रा
साहित्य
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डायरी
आदि.
भारतीय काव्यशास्त्र:
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काव्य
हेतु,
काव्य लक्षण, काव्य प्रयोजन
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प्रमुख
संप्रदाय और सिद्धांत: जैसे- रस, अलंकार, रीति, ध्वनि, वक्रोक्ति, और औचित्य
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शब्द
शक्ति,
काव्य गुण और काव्य दोष
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रस
निष्पत्ति और साधारणीकरण
पाश्चात्य
काव्यशास्त्र:
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प्लेटो
के काव्य सिद्धांत
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अरस्तु
और उसके प्रमुख सिद्धांत ( अनुकरण सिद्धांत, त्रासदी विवेचन और विरेचन सिद्धांत)
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वर्ड्सवर्थ
का काव्य भाषा सिद्धांत
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कॉलरिज
का कल्पना और फैंटेसी सिद्धांत
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टी.एस.इलियट
का निर्वैक्तिकरण सिद्धांत और परंपरा की अवधारणा
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आई.ए.रिचर्ड्स
का मूल्य सिद्धांत, संप्रेषण सिद्धांत, काव्य भाषा सिद्धांत और रुसी रुपवाद.
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नयी
समीक्षा
वैचारिक पृष्ठभूमि:
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भारतीय
नवजागरण और स्वाधीनता आंदोलन की वैचारिक पृष्ठभूमि
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हिंदी
नवजागरण, कड़ी बोली आंदोलन और फोर्ट विलियम कॉलेज
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भारतेंदु
और हिंदी नवजागरण
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महावीर
प्रसाद द्विवेदी और हिंदी नवजागरण
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गाँधीवादी
दर्शन
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अम्बेडकरवादी
दर्शन
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लोहियावादी
दर्शन
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मार्क्सवाद
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मनोविश्लेषणवाद
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अस्तित्त्ववाद
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उत्तर
आधुनिकतावाद
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अस्मितामुलक
विमर्श (दलित, आदिवासी, स्त्री और अल्पसंख्यक विमर्श)
Sir mujhe bhi padna hai please mere ko bhi REET L2 sst ki tayyari krva do
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